News

अबकी बार किसका बिहार ?

ये देखना दिलचस्प होगा की अबकी बार किसका बिहार ? क्योंकि बिहार विधानसभा चुनाव की तिथियों की घोषणा के साथ ही बिहार में चुनाव का बिगुल बज गया है, बिहार में चुनाव 28 अक्‍टूबर, तीन नवंबर तथा सात नवंबर को तीन चरणों में होगा। बिहार के चुनावी अखाड़े में पहलवान अभी अपना पाला दुरुस्त करने में ही उलझे हैं कि चुनाव आयोग की सीटी बजा दी है। हालाँकि एनडीए और महागठबंधन में सीटों को लेकर अभी तक दलों के जुड़ने-टूटने का सिलसिला अभी जारी है लेकिन एक बात तो साफ़ है की मुख्य लड़ाई एनडीए बनाम महागठबंधन में होगी और अबकी बार बिहार किसका होगा ये सब चुनाव परिणाम के दिन यानी दस नवंबर पता चल जाएगा।

2015 के चुनाव की स्थिती

वर्ष 2015 के चुनाव में 1998 के बाद लालू और नीतीश साथ हुए थे। तब कांग्रेस को भी शामिल करके जदयू, राजद ने तीन दलों का गठबंधन बनाया था। दूसरी तरफ भाजपा के साथ लोजपा, रालोसपा, हम ने साथ-साथ चुनाव जीता था। महागठबंधन में जदयू और राजद ने 101-101 सीटों पर तो कांग्रेस ने 41 सीटों पर चुनाव लड़ा था। बिहार की जनता ने 178 सीट देकर महागठबंधन की सरकार बना दी थी। इनमें राजद को 80, जदयू को 71 जबकि कांग्रेस को 27 सीटें मिली थीं ।

चुनाव को ले चरम पर राजनीतिक उठापटक

इस बीच बिहार में चुनाव को देखते हुए राजनीतिक उठापटक चरम पर है। गुरुवार को राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी ने खुद को महागठबंधन से अलग कर लिया, अब देखना ये है की वो नीतीश कुमार के साथ अपनी पुरानी दुश्मनी भूलकर एक बार फिर एनडीए का हिस्सा बनते है या फिर कोई तीसरा मोर्चा बनाते हैं। इधर एनडीए में भी सब कुछ सही नहीं है यहाँ भी जनता दल यूनाइटेड सुप्रीमो नीतीश कुमार एवं लोक जनशक्ति पार्टी अध्‍यक्ष चिराग पासवान के पक्ष-विपक्ष में जुबानी जंग भी तेज है और भारतीय जनता पार्टी इन सब पर मौन है।

तीसरा मोर्चा भी बन सकता है

कुछ दिन पहले तक लगता था की इस बार की लड़ाई सिर्फ़ एनडीए और महागठबंधन के बीच ही होगी लेकिन एनडीए और महागठबंधन में पड़ती दरारों से तीसरे मोर्चे की तस्वीर उभरती दिखने लगी है। इन दो बड़े गठबंधनों में आपसी खींचतान के बीच छोटे दल अपनी संभावनाएं तलाशने में जुट गए हैं। जनअधिकार पार्टी के पप्पू यादव छोटी पार्टियों को एकजुट करने में जुटे हैं। वह पहले ही चिराग पासवान को मुख्यमंत्री का दावेदार बता उनकी महत्वाकांक्षा को हवा दे चुके हैं, जो अब गुल खिलाती नजर आ रही है और एनडीए में दरार का कारण बन रही है। वहीं महागठबंधन से दूरी बनाने और एनडीए में संभावनाओं के द्वार बंद होते देख रालोसपा का ठौर भी इनके साथ ही दिखने लगा है।

बिहार में चुनावी कार्यक्रम

28 अक्टूबर : 71 सीट

कहलगांव, सुल्तानगंज, अमरपुर, धोरैया, बांका, कटोरिया, बेलहर, तारापुर, मुंगेर, जमालपुर, सूर्यगढ़, लखीसराय, शेखपुरा, बरबीघा, मोकामा, बाढ़, मसौढ़ी, पालीगंज, बिक्रम, संदेश, बड़हरा, आरा, अगियांव, तरारी, जगदीशपुर, शाहपुर, ब्रह्मपुर, बक्सर, डुमरांव, रायपुर, मोहनिया, भभुआ, चैनपुर, चेनारी, सासाराम, करगहर, दिनारा, नोखा, देहरी, काराकट, अरवल, कुर्था, जहानाबाद, घोसी, मखदुमपुर, गोह, ओबरा, नवीनगर, कुटुम्बा, औरंगाबाद, रफीगंज, गुरुआ, शेरघाटी, इमामगंज, बाराचट्टी, बोधगया, गया टाउन, टेकारी, बेलागंज, अतरी, वजीरगंज, रजौली, हिसुआ, नवादा, गोबिंदपुर, वरसलीगंज, सिकंदरा, जमुई, झाझा, चकाई।

दूसरा चरण : तीन नवंबर : 94 सीट 

नौतन, चनपटिया, बेतिया, हरसिद्धि, गोविंदगंज, केसरिया कल्याणपुर, पिपरा, मधुबन, शिवहर, सीतामढ़ी, रुन्नीसैदपुर, बेलसंड, मधुबनी, राजनगर, झंझारपुर, फूलपरास, कुशेश्वरस्थान, गौड़ाबौराम, बेनीपुर, अलीनगर, दरभंगा ग्रामीण, मीनापुर, कांटी, बरुराज, पारू, साहेबगंज, बैकुंठपुर, बरौली, गोपालगंज, कुचायकोट, भोरे, हथुआ, सीवान, जीरादेई, दरौली, रघुनाथपुर, दरौंदा, बड़हरिया, गोरियाकोठी, महाराजगंज, एकमा, मांझी, बनियापुर, तरैया, मरहौरा, छपरा, गरखा, अमनौर, परसा, सोनपुर, हाजीपुर, लालगंज, वैशाली, राजापाकर, राघोपुर, महनार, उजियारपुर, मोहिउद्दीननगर, विभूतिपुर, रोसड़ा, हसनपुर, चेरिया-बरियारपुर, बछवारा, तेघरा, मटिहानी, साहेबपुर कमाल, बेगूसराय, बखरी, अलौली, खगडिय़ा, बेलदौर, परबत्ता, बिहपुर, गोपालपुर, पीरपैंती, भागलपुर, नाथनगर, अस्थावन, बिहारशरीफ, राजगीर, इस्लामपुर, हिलसा, नालंदा, हरनौत, बख्तियारपुर, दीघा, बांकीपुर, कुम्हरार, पटना साहिब, फतुहा, दानापुर, मनेर, फुलवारी।

तीसरा चरण : सात नवंबर : 78 सीट 

वाल्मीकि नगर, रामनगर, नरकटियागंज, बगहा, लौरिया, सिकटा, रक्सौल, सुगौली, नरकटिया, मोतिहारी, चिरैया, ढाका, रीगा, बथनाहा, परिहार, सुरसंड, बाजपट्टी, हरलाखी, बेनीपट्टी, खजौली, बाबूबरही, बिस्फी, लौकहा, निर्मली, पिपरा, सुपौल, त्रिवेणीगंज, छातापुर, नरपतगंज, रानीगंज, फारबिसगंज, अररिया, जोकीहाट, सिकटी, बहादुरगंज, ठाकुरगंज, किशनगंज, कोचाधामन, अमौर, बायसी, कसबा, बनमनखी, रुपौली, धमदाहा, पूॢणया, कटिहार, कदवा, बलरामपुर, प्राणपुर, मनिहारी, बरारी, कोढ़ा, आलमनगर, बिहारीगंज, सिंहेश्वर, मधेपुरा, सोनबरसा, सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर, महिषी, दरभंगा, हायाघाट, बहादुरपुर, केवटी, जाले, गायघाट, औराई, बोचहां, सकरा, कुढऩी, मुजफ्फरपुर, महुआ, पातेपुर, कल्याणपुर, वारिसनगर, समस्तीपुर, मोरवा, सरायरंजन

शो रुम के बाहर बिना रजिस्ट्रेशन और एचएसआरपी की गाड़ियां नहीं निकलेगी

कोविड-19 से बचने के लिए होमियोपैथी की दवाई अपनायें

Leave a Reply