शताब्दी स्मृति स्तम्भ | Shatabdi Smriti Stambha
शताब्दी स्मृति स्तम्भ | Shatabdi Smriti Stambha – बिहार विधान सभा भवन के शताब्दी वर्ष समारोह के दौरान भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बिहार विधान सभा पहुंचे थे. इसी कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति ने विधान सभा परिसर में महाबोधि वृक्ष के पौधा को लगाया था और बिहार शताब्दी स्मृति स्तंभ का शिलान्यास भी किया था.
शताब्दी स्मृति स्तंभ
शताब्दी स्मृति स्तंभ की ऊंचाई 40 फुट है. जिसमें 25 फुट का ढांचा जैसलमेर के पत्थरों से ढका हुआ है. वहीं उसके उपर 15 फुट की कांस्य की प्रतिमा है. कांस्य की यह मूर्तिकला बिहार के प्रतीक को दर्शाती है. इसमें एक बोधि वृक्ष भी है जिसकी शाखाओं पर मालाएं लटकाई गई हैं. साथ ही इसमें इसमें दो स्वास्तिक चिह्न भी बनाए गए हैं. बिहार सरकार के प्रतीक चिह्न के रूप में भी दो स्वस्तिकों से घिरे बोधि वृक्ष प्रार्थना की मालाओं के साथ दर्शाया जाता है.
शताब्दी स्मृति स्तंभ का इतिहास
स्तंभ की आधारशिला पिछले साल 21 अक्टूबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रखी थी। राष्ट्रपति ने बोधिवृक्ष का एक पौधा भी लगाया था, जो अब स्तंभ के सामने है। चूंकि यह एक लंबा स्तंभ है, इसलिए बीसीडी इंजीनियरों ने संरचनात्मक स्थिरता के लिए इसे आरसीसी का एक कोर देने का फैसला किया है। उसके बाद हमने इसे पुराने विधानसभा के वास्तुशिल्प को ध्यान में रखते हुए हल्के रंग के जैसलमेर बलुआ पत्थर का आवरण दिया। स्तंभ के शीर्ष पर बिहार का प्रतीक चिह्न– बोधि वृक्ष है जो कांस्य से बना है। इस ऐतिहासिक प्रतीक का उपयोग बिहार सरकार के ‘लोगो’ के रूप में किया जाता है।
किलों का शहर – सासाराम || रोहतासगढ़ क़िला || शेरगढ़ का किला
नागी-नकटी पक्षी अभ्यारण्य || Naga-Nakti Bird Sanctury