अब पटना में ऑक्सिजन की नहीं होगी क़िल्लत // ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर
देश में ऑक्सिजन को लेकर पिछले दिनों हाहाकार मचा हुआ है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई हिस्सों में अस्पतालों में ऑक्सिजन का संकट था। अस्पताल तो अस्पताल घर में आइसोलेट गंभीर कोरोना संक्रमितों को भी ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया नहीं हो पा रहे थे । तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए आज केयर इंडिया (Care India) ने पटना ज़िलाधिकारी को 50 ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर दिया है। हर ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर 10 लीटर प्रति मिनट ऑक्सिजन जनरेट करने में सक्षम है। पटना ज़िलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह के दिशा निर्देश पर इसे पटना के पाँचो अनुमंडल में दस दस दिया जाएगा।
क्या है ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर ?
ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर पोर्टेबल मशीनें (Portable Machines) होती हैं, जिनकी मदद से मरीजों के लिए घर पर हवा से ऑक्सिजन जनरेट की जा सकती है। ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर प्रेशर स्विंग एब्जॉर्प्शन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं। ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर उन जगहों पर ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं, जहां लिक्विड ऑक्सिजन या प्रेशराइज्ड ऑक्सिजन इस्तेमाल करना खतरनाक या असुविधाजनक है जैसे कि घर पर या छोटे क्लीनिक्स में। ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर हवा से नाइट्रोजन को अलग करता है और ऑक्सिजन की अधिकता वाली गैस को बाहर निकालता है, जिसका इस्तेमाल ऑक्सिजन की जरूरत वाले मरीज कर सकते हैं।
ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर हवा से नाइट्रोजन को अलग करता है और ऑक्सिजन की अधिकता वाली गैस को बाहर निकालता है, जिसका इस्तेमाल ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीज कर सकते हैं। म सभी जानते हैं कि नेचुरल हवा का 21 फीसदी हिस्सा ही ऑक्सीजन होता है, जबकि 78 फीसदी हिस्सा नाइट्रोजन और शेष हिस्से में अन्य गैसेस। ऑक्सिजन कंसन्ट्रेटर इस सामान्य हवा से नाइट्रोजन को अलग करता है और ऑक्सीजन की अधिकतम मात्रा वाले गैस को बाहर निकालता है। एक ट्यूब के जरिए इसका इस्तेमाल मरीज सांस लेने में करते हैं।
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